Saturday, 2 April 2016

सनातन हिन्दू धर्म (Sanatan Hindu Dharma) ही भारत की सांस्कृतिक धारा है

हिन्दू धर्म एक प्राचीन संस्कृति की  प्रवाहित धारा है। और जो भी पंथ इस सांस्कृतिक धारा से इतर हुए या होने का प्रयास किया वह सदैव के लिए इस अखण्ड सांस्कृतिक धारा में विलीन हो गया।  अर्थार्थ जो भी मत, पंथ या संप्रदाय अपने सनातन हिन्दू धर्म संस्कृति की प्रवाहित धारा से पृथक हुए उनकी दशा हमारे सम्मुख है। जहां जहां भी प्राचीन संस्कृति की धारा प्रवाहित थी वहां ये मत, पंथ, संप्रदाय उस संस्कृति का या प्रवाह अधिक समय तक रोक न पाये वरन उस सांस्कृतिक धारा प्रवाह को रोकने के चक्कर में वह मत,पंथ,संप्रदाय स्वतः नष्ट या विलीन हो गए।

                                              परन्तु जहाँ जहाँ भी संस्कृति की धारा प्रवाह नहीं थी भारत से दूर उन प्रदेशों व स्थानों में यह मत, पंथ, संप्रदाय चल सके। व इन्होने ही उस संस्कृति रिक्त स्थानों में एक नय संस्कृति का रूप ले लिया।  जिनमे कुछ तो भूगोलिक थीं या भूगोलिक परिवेश था परन्तु कुछेक स्थानों पर इसका विपरीत ही हुआ और जो भी नई संस्कृति बनी उसमे भूगोलिक परिवेश नगण्य था। जिसके परिणाम स्वरुप उन दूरस्थ प्रदेशों की संस्कृति पूर्णरूप से विलीन हो गई।

                                              इसका मुख्य उदाहरण है बौद्ध पंथ, बौद्ध पंथ भारत से दूरस्थ स्थानों, प्रदेशों में तो फलीभूत हुआ परन्तु इसके विपरीत अपने जन्मस्थान भारतवर्ष में नष्ट हो गया। इसी प्रकार दूसरों का आदर्श लेकर अपनी संस्कृति की जीवनधारा से पृथक होकर चलने वाले जो प्रयत्न होंगे, वह अधिक देर तक टिक नहीं सकेंगे। हमारी संस्कृति की अखण्ड धरा भूले भटके को अवश्य ही राह पर लाएगी। 

Sunday, 6 March 2016

Join RSS भोपाल विभाग साप्ताहिक मिलन जिलानुसार


JRSB (Join RSS Save Bharat) मिलन की जानकारी जिलासः



१- तात्या टोपे जिला Join RSS साप्ताहिक मिलन 


दिन:      शुक्रवार

स्थान:     समिधा के सामने स्कॉलर होम्स स्कूल के पीछे उद्यान में, E-2, अरेरा कॉलोनी

समय:     सांय 7:00 से 8:00 बजे तक

संपर्क :

             अंकुर कांसकर जी 
             तात्याटोपे जिला प्रमुख 
             9406906033 

             विभोर श्रीवास्तव जी 
             तात्याटोपे जिला सहप्रमुख 
             9691600423 

             रुद्राभिषेक दुबे जी 
             तात्याटोपे जिला सहप्रमुख 
             9977133435 

२. विद्युत जिला Join RSS साप्ताहिक मिलन 


दिन:      मंगलवार

स्थान:    सरस्वती शिशु विद्यालय, BHEL

समय:    प्रातः 8:00 से 9:00 बजे तक

संपर्क:

रणधीर जी कुमार 
विद्युत जिला प्रमुख 
9425005380


३. विक्रम जिला Join RSS साप्ताहिक मिलन


दिन:      रविवार

स्थान:   सुदिति अस्पताल के पास

समय:   प्रातः 8:00 से 9:00 बजे तक

संपर्क:

सौरभ जी सोनी 
विक्रम जिला प्रमुख 
9644655777 

४. प्रताप जिला Join RSS साप्ताहिक मिलन


दिन:      रविवार

स्थान:    सुदिति अस्पताल के पास

संपर्क:

सौरभ जी सोनी 
विक्रम जिला प्रमुख 
9644655777 

दंड प्रयोग, दंड युद्ध

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS ) दंड प्रदर्शन 

दंड प्रयोग अविरत 





दंड प्रदर्शन 





निःयुद्ध 




दंड प्रदर्शन 



Saturday, 5 March 2016

महाविद्यालयीन विद्यार्थी वार्षिकोत्सव, Collage Vidhyarthi Varshikotsav


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS ), भोपाल विभाग 

महाविद्यालयीन विद्यार्थी वार्षिकोत्सव

प्रिये बंधुवर ! सप्रेम नमस्कार !


भारतमाता को परम वैभवमयी बनाने के दिव्य लक्ष्य की प्राप्ति में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विगत 90 वर्षों से सक्रिय है। इस ईश्वरीय कार्य में अदम्य उत्साह व प्रखर ऊर्जा से परिपूर्ण युवा शक्ति की गुणवत्ता अधिकाधिक बढाने के उद्देश्य से अपने विभाग के महाविद्यालयीन विध्यार्थियों का वार्षिकोत्सव निम्नानुसार तय हुआ है। 

दिनांक- 17 अप्रैल 2016, रविवार 
समय - सांय 5 से 7 बजे तक 
स्थान - भोपाल 
अहर्ता - 16 से 35 वर्ष तक के सभी स्वयंसेवक 
वेश - गणवेश दंड सहित। 
पंजीयन शुल्क - रु 20/-

व्यायाम योग 

1 - 
  • बांया पैर बायीं ओर दोनों हाँथ सीने के सामने। 
  • हाथों को झुलाते हुए बांयीं ओर घूमकर दिशा बदलना, पंजे भी घुमाना। 
  • एक की स्तिथि। 
  • व्यायाम योग स्तिथि। 
2 - 
  • बायां पैर बायीं ओर दोनों हाथ बाजू में। 
  • सामने झुककर ताली बजाना। 
  • एक की स्तिथि। 
  • व्यायाम योग स्तिथि। 
3 -
  • बायाँ पैर आगे हाथ आगे। 
  • अर्धवृत करना हाथ झुलाते हुए आसमान की ओर। 
  • बयां पैर आगे हाथ सामने। 
  • व्यायाम स्तिथि। 
4 - 
  • बायीं ओर उछलकर घूमते हुए, हाथ पैर खोलना। 
  • ऊपर ताली बजाना। 
  • हाथ बाजू में। 
  • उछलकर पैर मिलाना हाथ नीचे। 
दण्डयोग 

1 -
  • बांया पैर बायीं ओर दंड सीने के सामने। 
  • दंड को झुलाते हुए बांयीं ओर घूमकर दिशा बदलना, पंजे भी घुमाना। 
  • एक की स्तिथि। 
  • दंड योग स्तिथि।

2 - 
  • बायां पैर बायीं ओर दंड सामने में। 
  • सामने झुकना दंड नीचे। 
  • एक की स्तिथि। 
  • दंड योग स्तिथि। 
3 -
  • बायाँ पैर आगे दंड आगे। 
  • अर्धवृत करना दंड झुलाते हुए आसमान की ओर ले जाना।  
  • बयां पैर आगे दंड सामने। 
  •  दायाँ पैर मिलकर दंड योग स्तिथि। 
4 - 
  • बायीं ओर उछलकर घूमते हुए, पैर खोलना दंड सामने।  
  • दंड ऊपर।  
  • दंड सामने बाजू में। 
  • उछलकर पैर मिलाना दंड नीचे। 
गीत 

हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार। ध्रु। 

अर्पित करदो तन मन धन, मांग रहा बलिदान वतन। 
अगर देश के काम न आये तो जीवन बेकार। 
तो जीवन बेकार साथियों तो जीवन बेकार। १। 

हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार.........

सोचने का समय गया, उठो लिखो इतिहास नया। 
बंसी फेंको और उठालो हाथो में तलवार। 
हाथो में तलवार साथियों हाथो में तलवार। २। 

हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार..........

तुफानी गति रुके नहीं, शीश कटे पर झुके नहीं।
उठे हुए माथे के सम्मुख ठहर पाती हार। 
ठहर न पाती हार साथियों ठहर न पाती हार। ३। 

 हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार.......... 

कांप उठे धरती अंबर, और उठालो ऊँचा स्वर। 
कोटि कोटि कंठो से गूंजे भारत की जयकार। 
भारत की जयकार साथियों भारत की जयकार। ४। 

हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार........... 



विद्युत जिला (दंड संचालन )

  1.  स्वागत प्रकार -१ 
  2. सिरमार क्रमिका -२ 
  3. सिरमार क्रमिका -३ 
  4. सिरमर क्रमिका - एक का चतुष्क 
  5. द्विमुखी गतियुक्तप्रहारषः 
  6. प्रहार अर्द्धभ्रम युक्तविस्तार 
  7. प्रतिप्रसर मार 
  8. स्थलांतरयुग 
  9. षटपदीचतुष्क  
  10. भेदउनवृत द्विमार चतुष्क 

तात्याटोपे जिला (दंड युद्ध, पिरामिड )

  1. प्रहार प्रक्रम, अपक्रम 
  2. सिरोघात प्रक्रम, अपक्रम 
  3. प्रसरघात, प्रतिसर घात 
  4. प्रसरघात प्रतिसर, प्रतिसर 
  5. एक विरुद्ध एक 
  6. एक विरुद्ध दो 
विशेष :-

नगरशः पांच पिरामिड

विक्रम जिला (पदविन्यास)

  1. प्रसर प्रतिसर द्विवारम 
  2. तुर्यवृत, अर्धवृत ऊनवृत 
  3. एक पद पुरस् प्रति 
  4. स्थलांतर युग 
  5. प्रडीनयुग 
  6. षटपदी चतुष्क 

प्रताप जिला (निःयुद्ध )

  1. स्थिर मुष्टिप्रहार 
  2. तीनोँ क्षेप 
  3. मुष्ठीप्रहार प्रक्रम प्रकार-१ 
  4. क्षेप अपक्रम 
  5. मुष्ठीप्रहार द्व्यप्रकार-१ 
  6. मुष्ठिप्रहार द्व्यप्रकार-२ 
  7. मुष्ठिप्रहार चतुष्क 
  8. क्षेप चतुष्क 
  9. संयुक्त प्रयोग-१ 
  10. भूमिवंदन 

भोजपुर जिला (समता)

  1. प्राथमिक वर्ग, प्रथम वर्ष तक की समता 

विशेष:  मार्च माह से वार्षिक उत्सव तक प्रत्येक रविवार नगरषः एकत्रीकरण करना !


टिप्पणी: ज्वाइन आरएसएस (Join RSS ) के सभी स्वयंसेवक अपना नामांकन प्रेषित कर सकते है अपने जिलेनुसार। 

  1.                       तात्याटोपे जिला 

                             अंकुर कांसकर जी (तात्याटोपे जिला प्रमुख) - 9406906033 
                             विभोर श्रीवास्तव जी (तात्याटोपे जिला सहप्रमुख) - 9691600423 
     

      2.                   विद्युत जिला 


                            रणधीर कुमार जी  (प्रमुख विद्युत जिला) - 9425005380
                            

       3.                 विक्रम जिला


                           सौरभ सोनी जी (प्रमुख विक्रम जिला) - 9644655777 

       4.                 प्रताप जिला  


                           
                           सौरभ सोनी जी (प्रमुख विक्रम व प्रताप  जिला) - 9644655777 

 









Friday, 4 March 2016

आचार पद्दति (शाखा प्रारंभ एवं शाखा विकिर करने की विधि), Shakha Process

 शाखा लगाने की आज्ञाएँ (कुल - 18)


-0-0 (सूचनात्मक सीटी) 

  1. संघ दक्ष 
  2. आरम्
  3. अग्रेसर 
  4. अग्रेसर सम्यक्
  5. आरम्
  6. संघ सम्पत् 
  7. संघ दक्ष 
  8. संघ सम्यक् 
  9. अग्रेसर अर्धवृत्
  10. संघ आरम्
  11. संघ दक्ष (ध्वज लगाना)
  12. ध्वज प्रणाम १-२-३ 
  13. संख्या 
  14. आरम्
  15. संघ दक्ष 
  16. आरम् (संख्या देकर आना )
  17. संघ दक्ष 
  18. स्वस्थान  


शाखा विकिर करने की आज्ञाएँ (कुल - 15 )


  1. -000 (सूचनात्मक सीटी )
  2. अग्रेसर सम्यक्
  3. आरम्
  4. -00 (संघ सम्पत् )
  5. संघ दक्ष 
  6. संघ सम्यक् 
  7. अग्रेसर अर्धवृत्
  8. संख्या 
  9. आरम्
  10. संघ दक्ष 
  11. आरम् (कार्यवाह को संख्या देकर आना)
  12. संघ दक्ष 
  13. प्रार्थना 
  14. ध्वज प्रणाम १-२-३ 
  15. संघ विकिर 

सीटी तथा संकेत 


  • (-) लम्बी सीटी के लिए 
  • (0) छोटी सीटी के लिए 
           सीटी                                अर्थ 

           -0-0                                शाखा प्रारंभ 
           -0                                   कालांश बदल 
           --                                    स्वयंसेवकों को ध्वजाभिमुख दक्ष करने के लिए 
           00, 00                             कार्यक्रम पूर्ववत प्रारंभ करने के लिए  
           0                                     प्रार्थना के लिए तथा निर्धारित कार्य के लिए 
           -000                               शाखा समापन के समय अग्रेसरों को बुलाने के लिए 
           -00                                 संपत करने के लिए गण शिक्षकों को सूचना 
           - - -/अधिक                     आकस्मिक सूचना के लिए 


उद्घोष 


  1. भारत माता की                    -जय 
  2. वन्दे                                    -मातरम 
  3. हर-हर                                 -बम-बम 
  4. रूद्र देवता                             -जय-जय काली 
  5. जय शिवाजी                         -जय प्रताप 
  6. भारत के शहीदों की               -जय 
  7. संघटन में                             -शक्ति है 
  8. संघे शक्ति                            -कलौयुगे 
  9. जयकारा वीर बजरंगी             -हर-हर-महादेव 
  10. जय हो                                  -जय हो 
  11. कौन जीता कौन जीता           -संघ जीता संघ जीता 
  12. हिन्दू-हिन्दू                          -भाई-भाई 
  13. जय शिवाजी                        -जय भवानी 
  14. हिन्दू वीर कैसा हो               -वीर शिवाजी जैसा हो 
  15. भारतमाता की                    -जय हो-जय हो 

प्रार्थना 


नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे
त्वया हिन्दुभूमे सुखं वर्धितोहम् ।
महामङ्गले पुण्यभूमे त्वदर्थे
पतत्वेष कायो नमस्ते नमस्ते
 ।।१।।

प्रभो शक्तिमन् हिन्दुराष्ट्राङ्गभूता
इमे सादरं त्वां नमामो वयम्
त्वदीयाय कार्याय बध्दा कटीयं
शुभामाशिषं देहि तत्पूर्तये ।
अजय्यां च विश्वस्य देहीश शक्तिं
सुशीलं जगद्येन नम्रं भवेत्
श्रुतं चैव यत्कण्टकाकीर्ण मार्गं
स्वयं स्वीकृतं नः सुगं कारयेत् 
।।२।।

समुत्कर्षनिःश्रेयस्यैकमुग्रं
परं साधनं नाम वीरव्रतम्
तदन्तः स्फुरत्वक्षया ध्येयनिष्ठा
हृदन्तः प्रजागर्तु तीव्रानिशम् ।
विजेत्री च नः संहता कार्यशक्तिर्
विधायास्य धर्मस्य संरक्षणम् ।
परं वैभवं नेतुमेतत् स्वराष्ट्रं
समर्था भवत्वाशिषा ते भृशम्
 ।।३।।
।। भारत माता की जय ।।

Thursday, 3 March 2016

सूचना प्राथमिक वर्ग आरएसएस, भोपाल विभाग 2016, (Prathmik Varg RSS, Bhopal Vibhag) 2016

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भोपाल विभाग 

महाविद्यालयीन विध्यार्थी प्राथमिक वर्ग-2016 


प्रिय बंधुवर! सप्रेम नमस्कार! 

भारतमाता को परम वैभवमयी बनाने के दिव्य लक्ष्य की प्राप्ति में RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) विगत 90 वर्षों से सक्रिय है! इस ईश्वरीय कार्य में अदम्य उत्साह व प्रखर ऊर्जा से परिपूर्ण युवा शक्ति की सहभागिता अधिकाधिक बढ़ाने की दृष्टि से अपने विभाग के महाविद्यालयीन विद्यार्थियों का प्राथमिक शिक्षा वर्ग निम्न सूचनानुसार लगना तय हुआ है !

अवधि : 11 मार्च 2016 (शुक्रवार) सांय 7.00 बजे से 19 मार्च 2016 (शनिवार) प्रातः तक 
अहर्ता : 12वीं से ऊपर के सभी स्तर के महाविद्यालयीन विद्यार्थी, आईटीआई, डिप्लोमा विद्यार्थी व 40 वर्ष                  की आयु तक के अध्यापक/प्राध्यापक। 

स्थान :  मित्तल कॉलेज, भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल के सामने, नबीबग, करोंद, भोपाल।
वेश     : पूर्ण गणवेश दंड सहित (सफ़ेद कमीज पूरी बाजू की बायीं ओर जेब वाली, खाकी नेकर, खाकी मोज़े,                    काले जूते बंध वाले, संघ का पट्टा, काली टोपी, लंगोट)

शुल्क : 200/-

अन्य सामान : बर्तन (थाली, ग्लास, कटोरी, चम्मच), मोसमनुकूल बिस्तर व कपडे, दाढ़ी बनाने का सामान,                            नहाने व कपड़े धोने का साबुन, टार्च, पेन, डायरी, व दैनिक उपयोग का अन्य सामान!

विशेष सुचना : 
  • अपने साथ कीमती सामान (मोबाइल,चेन, लैपटॉप) इत्यादि न लाएं ! वर्ग में मोबाइल साथ रखने की अनुमति नहीं रहेगी!
  • वर्ग में पूरा समय रहना अपेक्षित है! बीच में से जाने की अनुमति नहीं रहेगी!
  • वर्ग में घोष (आनक, शंख व वंशी) सिखाने की व्यवस्था रहेगी, अपना वाद्य साथ लेकर आवें!

संपर्क सूत्र:
  •  Join RSS -

  1.                   तात्याटोपे जिला 

                             अंकुर कांसकर जी (तात्याटोपे जिला प्रमुख) - 9406906033 
                             विभोर श्रीवास्तव जी (तात्याटोपे जिला सहप्रमुख) - 9691600423 
     

      2.                   विद्युत जिला 


                            रणधीर कुमार जी  (प्रमुख विद्युत जिला) - 9425005380
                            

       3.                 विक्रम जिला


                           सौरभ सोनी जी (प्रमुख विक्रम जिला) - 9644655777 

       4.                 प्रताप जिला  


                           
                           सौरभ सोनी जी (प्रमुख विक्रम व प्रताप  जिला) - 9644655777 

  • RSS -  0755-2732780, 9425019504 

Friday, 25 September 2015

समतायुक्त, शोषण मुक्त समाज के निर्माण का काम संघ कर रहा है – डॉ मोहनजी भागवत

समतायुक्त, शोषण मुक्त समाज के निर्माण का काम संघ कर रहा है – डॉ मोहनजी भागवत

     



                  सरसंघचालक परम पूज्य. डॉ मोहन जी भागवत ने कहा कि भारत में, हर क्षेत्र में आज बदलाव का अनुभव हो रहा है. दुनिया में भारत की मान-प्रतिष्ठा बढ रही है, भारत के प्रति दुनिया की आशा-आकांक्षा बढ़ रही है. सरसंघचालक जी रेशिमबाग परिसर में तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के समारोप कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे.

                      



 भारत के प्रति दुनिया के इस बदले हुए दृष्टिकोण का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि, भारत के प्रधानमंत्री द्वारा ‘योग दिवस’ के बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रस्ताव रखते ही, यह प्रस्ताव चर्चा के बिना ही तीन चौथाई से मतों पारित हो गया. दुनिया भारत द्वारा पहल करने की राह देख रह थी.

                   
 उन्होंने कहा कि शक्ति के क्षेत्र में जिसकी शक्ति बढ़ती है, उसकी प्रतिष्ठा बढती है. आर्थिक-सामरिक क्षमता के आधार पर ऐसा होता है. लेकिन समयचक्र बदलने पर उस देश की मान और प्रतिष्ठा भी कम हो जाती है. किंतु भारत के संदर्भ में ऐसा नहीं है. भारत अपने अस्तित्व के समय से आज तक भले ही भौतिक दृष्टि से दुर्बल रहा हो, लेकिन दुनिया में विश्‍वास के संदर्भ में भारत सदैव अग्रसर रहा है. यही हमारी परंपरा है. किसी भी बात की आड़ लेकर भारत ने स्वार्थ का अजेंडा नहीं अपनाया है. विश्‍व को परिवार माना है. यह भारतीय समाज का स्वभाव है, इसे ही संस्कृति कहते है. दुनिया में बलवान बहुत होंगे, लेकिन विश्‍वासपात्र केवल एक भारत ही है, ऐसी दुनिया की भावना है.

                    एकात्म में आत्मसाधना और लोगों के बीच सेवा और परोपकार यह सनातन हिंदू संस्कृति है, इसने ही देश को जोड़कर रखा है. लेकिन गत हजार-पंद्रह सौ वर्षों से जो चला आ रहा है, वह सब हिंदू धर्म नहीं है, ऐसा बताते हुए मोहनजी ने कहा कि, अयोग्य बातें त्यागनी होंगी. हिंदू धर्म कोई जाति-भेद नहीं मानता, हम सब भाई-भाई हैं, ऐसी घोषणा विश्‍व हिंदू सम्मेलन में संतों और मठाधीशों ने की, इसे व्यवहार में भी उतारना होगा, संघ यही काम कर रहा है. भेदों के आधार पर व्यवहार, यह विकृति है. समाज को एकसूत्र में बांधने के लिए डॉ आंबेडकर जी के बंधुभाव का दृष्टिकोण अपनाना होगा. अंत में सरसंघचालक जी ने कहा कि, समतायुक्त, शोषण-मुक्त समाज निर्माण करने का काम संघ कर रहा है. लेकिन यह काम केवल अकेले संघ का नहीं है, सारे समाज ने इसमें हाथ बंटाना है.

                     कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि धर्मस्थल कर्नाटक के धर्माधिकारी पद्मविभूषण डॉ. विरेन्द्रजी हेगडे जी ने कहा कि संघ ने ‘हिंदू राष्ट्र सहोदर सर्वे’ की भावना समाज में दृढ की है. राजनितिक और आर्थिक विचार भिन्न रखनेवालों को भी देशहित की दृष्टि से हिंदुत्व की भावना अपनानी चाहिए.भारतीय समाज में जाति-संप्रदाय के भेद थे. इन भेदों को मिटाने के लिए विश्‍व हिंदू परिषद ने देश के संत और मठाधिपतियों को एक मंच पर लाने का उल्लेखनीय काम किया है. इसी प्रकार अस्पृश्यता और असमानता मिटाने के लिए डॉ. आंबेडकरजी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हम सभी को इस दिशा में काम करना चाहिए.

                     कार्यक्रम के आरंभ में शिक्षा वर्ग में आये स्वयंसेवकों ने व्यायाम और योग के प्रात्यक्षिक प्रस्तुत किये. इस वर्ग में देश भर से 875 स्वयंसेवकों ने भाग लिया. अतिथियों का स्वागत वर्ग के सर्वाधिकारी, चित्तौड़ प्रान्त संघचालक गोविंद सिंह जी टांक ने किया. मंच पर नागपुर महानगर के संघचालक राजेश जी लोया उपस्थित थे.  कार्यक्रम का संचालन गुजरात के कार्यवाह यशवंत भाई चौधरी ने किया.